भारत का पहला हल्का लड़ाकू हेलीकाप्टर (LCH) ने 23 मई 2010 को पहली बार असमान में उड़न भरा| इस काले फौलादी पंछी को बनाने में रिकार्ड चार साल का समय लगा है| इस हेलीकाप्टर को विकसित करनेवाले HINDUSTAN AERONOTICS LIMITED के प्रमुख अशोक नायक ने बताया की यह विमान मात्र 5.8 टन वजनी है, इसकी रफ़्तार 268 किलो मीटर प्रति घंटे है और इसका विकास ध्रुव के प्लेटफॉर्म पर किया गया है|
यह हल्का लड़ाकू हेलीकाप्टर (LCH) धीमी गति से चलने वाले दुश्मन के आकाशीय लक्ष्य को भेदने में सक्षम है| दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को भी नष्ट कर सकता है| यह हल्का लड़ाकू हेलीकाप्टर (LCH) बिशेष अभियानों को सुरक्षा कवच मुहया कराने में सक्षम है|
इस हलके लड़ाकू हेलीकाप्टर (LCH) को कलस्टर बम,20 MM के टोरांट गन, 70 MM कैलिबर रोकेट, हवा से हवा में मर करनेवाली मिसाइलों से लैस किया जायेगा| इस हेलीकाप्टर की खास बिशेषता है इसके पायलट के हेलमेट पर लगी एक डिजिटल प्रणाली जिसके कारण पायलट जिस और भी नजर घुमायेगा गन के निशाने उसी और घूम जायेंगे|
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